भाइयों और बहनों, आज हम एक धमाकेदार खबर लेकर आए हैं जो आपके दिल को छू जाएगी। बात हो रही है रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशंस प्रोवाइडर Suzlon Energy Ltd की। 6 अगस्त, मंगलवार को, सुजलॉन ने ऐलान किया कि उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 22,80,000 इक्विटी शेयर्स (जो कि 76% इक्विटी शेयर कैपिटल के बराबर हैं) के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। ये शेयर्स Renom Energy Services Private Ltd के हैं और इन्हें कई चरणों में खरीदा जाएगा।
Suzlon की हुई कंपनी
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड का कहना है कि इस अधिग्रहण की कुल कीमत ₹660 करोड़ है और इसके पूरा होने पर Renom Energy Services सुजलॉन एनर्जी की सहायक कंपनी बन जाएगी। शुरुआत में 51% हिस्सेदारी (15,30,000 इक्विटी शेयर्स) का अधिग्रहण 3 महीनों के भीतर पूरा किया जाएगा, जिसके लिए सुजलॉन ₹400 करोड़ का भुगतान करेगी। अतिरिक्त 25% हिस्सेदारी (7,50,000 इक्विटी शेयर्स) अगले 18 महीनों में या तो नकद या शेयर स्वैप के माध्यम से खरीदी जाएगी, जिसकी कीमत ₹260 करोड़ होगी।
Suzlon Share में तेजी
मार्च 31, 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए, Renom Energy Services ने लगभग ₹213 करोड़ का टर्न-ओवर रिपोर्ट किया था। ये अधिग्रहण कोई संबंधित पार्टी लेन-देन नहीं है और इसे सेल और पर्चेज एग्रीमेंट (SPA) और शेयरधारक एग्रीमेंट (SHA) के माध्यम से निष्पादित किया जाएगा। अब बात करते हैं सुजलॉन एनर्जी के शेयर की। सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयर BSE पर ₹71 पर बंद हुए, और आज मार्केट खुलते ही शेयर में 5% की ताबड़तोड़ तेजी देखने को मिली और स्टॉक ₹73 पर आ गया है।
स्थति होगी मजबूत
तो दोस्तों, सुजलॉन की ये चाल काफी दिलचस्प है। एक तरफ जहां Renom Energy Services को अधिग्रहित करके सुजलॉन अपनी पोजिशन को और मजबूत कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ शेयर बाजार में इसके शेयर थोड़ा दबाव में हैं। लेकिन ये बिजनेस की दुनिया है, यहां ऐसे उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।
अधिग्रहण से मुनाफा
सोचने वाली बात ये है कि सुजलॉन का ये कदम कितनी दूर तक जाएगा और इसका फायदा निवेशकों को कब मिलेगा। मार्केट में ऐसे बड़े अधिग्रहण अकसर कंपनी की ग्रोथ स्ट्रेटेजी का हिस्सा होते हैं और लंबे समय में इसका अच्छा रिटर्न मिल सकता है। पर ये भी सच है कि किसी भी निवेश के पहले पूरी रिसर्च करना बहुत जरूरी है।
भाई लोग, आपको ये भी ध्यान में रखना चाहिए कि सुजलॉन की ये डील रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में उसकी पकड़ को और मजबूत करेगी। ऐसे समय में जब पूरी दुनिया क्लीन एनर्जी की तरफ बढ़ रही है, सुजलॉन का ये कदम एक स्मार्ट मूव साबित हो सकता है।