अभी हाल फिलहाल में भले ही बैंकिंग सेक्टर ने Nifty के मुकाबले थोड़ा अंडरपरफॉर्म किया हो, लेकिन लंबे समय के लिए इसमें जबरदस्त ग्रोथ की संभावनाएं बनी हुई हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है भारत की बड़ी आबादी जो अभी भी बैंकिंग सुविधाओं से वंचित है। पर अब उनकी और भी लगातार यह सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं और जागरूक किया जा रहा है। ऐसे में एक निवेशक के रूप में 2 टॉप ब्लू-चिप लेंडर्स के बीच चुनाव करना काफी मुश्किल हो जाता है: SBI vs HDFC Bank
SBI vs HDFC Bank Share Performance
अब आते हैं हमारे हीरो स्टॉक की ओर, यानी SBI की ओर, SBI ने इस साल अब तक HDFC Bank और Nifty Bank index दोनों को ही पीछे छोड़ दिया है। जहां एक ओर SBI ने 2024 में 37% से ज्यादा की छलांग लगाई है, वहीं HDFC Bank इस अवधि में 5% से ज्यादा गिर गया है।
2024 के अभी तक के समय में, SBI ने 7 में से 6 महीनों में पॉजिटिव रिटर्न्स दिए हैं, जबकि HDFC Bank सिर्फ 4 महीनों में ही ग्रीन में रहा है। पिछले एक साल में भी SBI ने बेहतरीन रिटर्न्स दिए हैं। SBI लगभग 47 प्रतिशत बढ़ा है जबकि HDFC Bank में 3 प्रतिशत की गिरावट आई है।
किस पे निवेशकों का भरोसा
मार्केट सेंटिमेंट और निवेशकों के विश्वास की वजह से इस साल दोनों ही बैंकों ने अपने रिकॉर्ड हाई को छूआ है। SBI ने जून 2024 में ₹912.10 का नया हाई मारा और अक्टूबर 2023 में इसका 52 सप्ताह का लो ₹543.15 था। अभी ये ₹880.85 पर ट्रेड कर रहा है, जो इसके पीक से सिर्फ 3.4% दूर है और इसके साल के लो से 62% से ज्यादा बढ़ चुका है।
SBI के तिमाही नतीजे
SBI ने मार्च तिमाही (Q4FY24) में ₹20,698 करोड़ का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया, जो सालाना आधार पर 24% की बढ़ोतरी है। ये बढ़ोतरी हाई इंटरेस्ट इनकम और लोवर प्रोविज़न की वजह से हुई। पिछली वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही (Q4FY23) में बैंक ने ₹16,694 करोड़ का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया था। लगातार, SBI का नेट प्रॉफिट 125% बढ़कर ₹9,163 करोड़ से दिसंबर तिमाही (Q3FY24) में दोगुने से भी ज्यादा हो गया है।
HDFC Bank के तिमाही नतीजे
वहीं, HDFC Bank ने वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही में 0.9 प्रतिशत का सिक्वेंशियल इंक्रीज़ रिपोर्ट किया है, जो कुल ₹16,511 करोड़ है। पिछले तिमाही में बैंक ने ₹16,373 करोड़ का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया था। सालाना तुलना लागू नहीं होती क्योंकि बैंक ने 1 जुलाई 2023 को Housing Development Finance Corporation (HDFC) के साथ मर्जर किया था।
कौन सा है बेहतर
जैसे-जैसे भारतीय वित्तीय सेक्टर बढ़ता जा रहा है, निवेशकों को अक्सर दो प्रमुख ब्लू-चिप लेंडर्स के बीच चुनाव करने की दुविधा का सामना करना पड़ता है: State Bank of India (SBI) और HDFC Bank, दोनों बैंकों की अपनी-अपनी ताकतें हैं और ये अलग-अलग निवेश दृष्टिकोणों को पूरा करते हैं। तो ये आप पर निर्भर करता है कि आप किसे चुनते हैं, लेकिन कहीं भी निवेश करने से पहले उचित रिसर्च करें और किसी मान्यताप्राप्त वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।